‘परम आनंद की ख़ोज’ उपनिषद ज्ञान पर आधारित है और सभी उपनिषदों और शास्त्रों का ज्ञान संक्षेप में तथा सरल भाषा में आपके सामने प्रस्तुत करने की कोशिश की है। इसके अध्ययन से और पालन करने से आप अपने मन को संसार के भौतिक पदार्थों की तरफ से हटा कर अध्यात्म अर्थात अपने भीतर आत्मा की ओर मोड़ सकते हैं और तभी परम आनंद की प्राप्ति हो सकती है। इस परम आनंद की खोज के लिए व्यक्ति को अपना घर बार त्याग कर हिमालय पर जाकर तपस्या करने की आवश्यकता नहीं है। बल्कि वह इसी संसार में रहता हुआ, अपना कर्तव्य कर्म करता हुआ परम आनंद की प्राप्ति कर सकता है।