A conversation with Vinod Kumar Srivastav, author of Ram Taze Kya Hoga re, published by Bluerose Publishers
हमें अपने बारे में बताएं | मैं एक ७८ वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता हूँ । लेखन शौकिया है । बचपन से हर विधा में लिख रहा हूँ .६ पुस्तकें प्रकाशित हुईं हैं ।
यदि लेखक नहीं है, तो जीवन में आपका सपना क्या था? मैं लेखक हूँ ।
आप अपनी सफलता का श्रेय किसे देते हैं? मैं लेखन पंडित श्री राम शर्मा को समर्पित करता हूँ जिनने अध्यात्म और विज्ञान को गले मिलकर वैदिक इतिहास के लिए अपेक्षित सत्य ढूंढने की प्रेरणा दी ।
आप अपने पाठकों को कोई संदेश देना चाहेंगे? हमारा पाठकों को हाथ जोड़कर संदेश है कि पुस्तकालयों को ना मरने दें ---वही भविष्य में सत्य के रक्षक सिद्ध होंगे ।
आपको पुस्तक लिखने के लिए किसने या क्या प्रेरित किया? राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार तथा सागर विश्व विद्यालय के मुक्तिबोध पीठ के निर्देशक डॉ श्याम सुंदर दुबे ने मुझे प्रयोग धर्मी उपन्यास लिखने की प्रेरणा दी है ।
हमें अपने बारे में बताएं |
मैं एक ७८ वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता हूँ । लेखन शौकिया है । बचपन से हर विधा में लिख रहा हूँ .६ पुस्तकें प्रकाशित हुईं हैं ।
यदि लेखक नहीं है, तो जीवन में आपका सपना क्या था?
मैं लेखक हूँ ।
आप अपनी सफलता का श्रेय किसे देते हैं?
मैं लेखन पंडित श्री राम शर्मा को समर्पित करता हूँ जिनने अध्यात्म और विज्ञान को गले मिलकर वैदिक इतिहास के लिए अपेक्षित सत्य ढूंढने की प्रेरणा दी ।
आप अपने पाठकों को कोई संदेश देना चाहेंगे?
हमारा पाठकों को हाथ जोड़कर संदेश है कि पुस्तकालयों को ना मरने दें ---वही भविष्य में सत्य के रक्षक सिद्ध होंगे ।
आपको पुस्तक लिखने के लिए किसने या क्या प्रेरित किया?
राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार तथा सागर विश्व विद्यालय के मुक्तिबोध पीठ के निर्देशक डॉ श्याम सुंदर दुबे ने मुझे प्रयोग धर्मी उपन्यास लिखने की प्रेरणा दी है ।