

“याद न आए दुखमय जीवन इससे पी लेता हाला, जग चिंताओं से रहने को मुक्त, उठा लेता प्याला, शौक, साध के और स्वाद के हेतु पिया जग करता है, पर मैं वह रोगी हूँ जिसकी एक दवा है मधुशाला”
― मधुशाला
― मधुशाला
Aditya’s 2024 Year in Books
Take a look at Aditya’s Year in Books, including some fun facts about their reading.
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